फिलहाल डोमेस्टिक सेक्टर के ‘इकोनॉमी लाइट’ और ‘इकोनॉमी डील’ कैटेगरी में यह व्यवस्था लागू की जाएगी. एयरलाइन का दावा है कि इसके बाद उसके टिकट सस्ते हो जाएंगे.
बता दें कि दो साल पहले एयरलाइन ने ‘फेयर चॉयस’ सर्विस शुरू की थी, जिसके जरिए कस्टमर्स अपनी यात्रा की ज़रूरतों के मुताबिक फेयर स्कीम चुन सकते हैं.
आयकर विभाग ने जेट एयरवेज के हिसाब-किताब की जांच कीइनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बुधवार को मुश्किल में फंसी जेट एयरवेज के खातों की जांच शुरू की. सूत्रों ने बता कि संदिग्ध लेनदेन और खातों में गड़बड़ी के कथित आरोपों के मद्देनजर यह जांच शुरू की गई है. जेट एयरवेज पहले ही वित्तीय संकट का सामना कर रही है. एयरलाइन पहले ही भारतीय सेबी और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की जांच के घेरे में है. सूत्रों ने कहा कि विभाग ने मुंबई हेडक्वार्टर वाली एयरलाइन के खातों की जांच बुधवार को शुरू की. एयरलाइन के चार परिसरों में यह जांच चल रही है. इनमें से दो कैंपस राष्ट्रीय राजधानी और दो मुंबई में है.
इस बारे में संपर्क करने पर एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी जेट एयरवेज के कार्यालय में सर्वे कर रहे हैं. कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने पिछले महीने कंपनी के खातों और दस्तावेजों की जांच का आदेश दिया था. जून तिमाही में जेट एयरवेज को 1,323 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.